फिर छाती पर पांव रखकर खङ़ा हो जाएगा, सांस तो आएगी पर जीना दुश्वार हो जाएगा। फिर छाती पर पांव रखकर खङ़ा हो जाएगा, सांस तो आएगी पर जीना दुश्वार हो जाएगा।
कमलादेवी बहू के अप्रत्याशित व्यवहार से चुप रह गयी। कमलादेवी बहू के अप्रत्याशित व्यवहार से चुप रह गयी।
सुनते ही कान गर्म हो गये और मैं घर के बाहर निकल आई। मजबूरन उन्हें भी बाहर आना पड़ा। क्र सुनते ही कान गर्म हो गये और मैं घर के बाहर निकल आई। मजबूरन उन्हें भी बाहर आना पड...
उन्होंने बेटी-दामाद को अपने पास बुला लिया और अपना सब कुछ उनके नाम कर दिया। उन्होंने बेटी-दामाद को अपने पास बुला लिया और अपना सब कुछ उनके नाम कर दिया।
याद रखें बच्चे पैदा तो सभी करते हैं पर परवरिश सिर्फ कुछ माँ-बाप ही कर पाते हैं। याद रखें बच्चे पैदा तो सभी करते हैं पर परवरिश सिर्फ कुछ माँ-बाप ही कर पाते हैं।
सुरभि दंग रह गयी सुनकर की नीरज को मारने में उसके अपने पिता का ही हाथ है सुरभि दंग रह गयी सुनकर की नीरज को मारने में उसके अपने पिता का ही हाथ है